आईजी मोहित बोले- गौरी को पढ़ा लिखाकर बनाएंगे आईपीएस, बच्ची को पाल रही महिला सिपाही

फर्रुखाबाद में मासूम बच्चों को बंधक बनाने में शातिर बदमाश सुभाष व उसकी पत्नी रूबी मारी गई। अब उसकी मासूम बेटी के पालन पोषण की जिम्मेदारी खुद आईजी मोहित अग्रवाल ने ले ली है।



उन्होंने गांव के लोगों को बताया कि वह गौरी को पढ़ा लिखाकर आईपीएस बनाएंगे। कुछ बड़ा होते ही उसको हॉस्टल में दाखिल कर देंगे। आईजी ने तीन दिन से गौरी की देखभाल कर रही महिला सिपाही को दस हजार रुपये दिए।



 


माता-पिता की मौत से अंजान मासूम गौरी इटावा निवासी सिपाही रजनी की गोद में हंस खेल रही थी। रजनी मोहम्मदाबाद कोतवाली में तैनात है। आईजी ने बताया कि उन्होंने सुभाष की पुत्री गौरी को गोद ले लिया है।

जब कुछ बड़ी हो जाएगी तो उसे हॉस्टल में भेजेंगे। उनका पूरा प्रयास रहेगा कि गौरी को पढ़ा लिखा कर आईपीएस बनाया जाए। इसके लिए जो भी संसाधन की आवश्यकता होगी वे मुहैया करवाएंगे।



 


अगर कोई गौरी को गोद भी ले लेगा तो भी वह उसके अपने पैरों पर खड़ा होने तक उसका पूरा खर्चा स्वयं उठाएंगे। आईजी ने सिपाही रजनी की सराहना की। रजनी अपने पास से उसके लिए कपड़े भी खरीद कर लाई है। इस पर आईजी ने लिफाफे में दस हजार रुपये रखकर रजनी को दिए। 

भाजपा नेता ने एक बीघा जमीन गौरी के नाम करने की घोषणा
भाजपा का बूथ अध्यक्ष अंशुल दुबे ने आईजी के सामने कहा कि सुभाष उनका दोस्त था। उसने बच्चों को छोड़ने के लिए समझाया भी था पर उसके समझ में नहीं आया। उसकी बेटी गौरी का कोई नहीं बचा हे।

इसके लिए वह गौरी के नाम पर बरेली-इटावा हाईवे की एक बीघा अपनी जमीन का बैनामा कर देंगे। जब तक गौरी बड़ी होगी उस जमीन की कीमत छह करोड़ रुपये हो जाएगी। इस पर आईजी ने भाजपा नेता की पीठ भी थपथपाई।