झांसी: लंबी ड्यूटी और काम का प्रेशर सच में पुलिस वालों की सेहत बिगड़ रही है चिड़चिड़े होते जा रहे हैं वर्दी वाले थानों में तो इनका व्यवहार उग्र हो रहा है घर पर भी हालात कुछ ऐसे ही हैं करीब 300 पुलिस वाले इस समय मनोचिकित्सक के संपर्क में हैं मेडिकल कॉलेज के काउंसलिंग सेंटर में इनका इलाज चल रहा है परिवार वालों का कहना है कि जरा सी बात पर झगड़ते लगते हैं रात को नींद में अचानक चिल्लाने लगते हैं हमने जो कुछ ऐसे ही पुलिसकर्मियों के परिवार वालों से बात की तो पता चला कि कई तो रात को ठीक से सो भी नहीं पा रहे हैं चिकित्सक इन्हें तनाव से दूर रहने की सलाह दे रहे हैं परिवार वालों के साथ रहने के सलाह दे रहे हैं झांसी के एक थाने में तैनात दरोगा की पत्नी ने मनोचिकित्सक को बताया कि रात में नींद के दौरान बढ़बढ़ाते हैं उनकी डाइट भी कम हो गई है नींद भी कम आती है अचानक नींद में चिल्लाने लगते हैं वहीं दूसरी ओर एक दरोगा की पत्नी ने बताया कि रात को अचानक सोते समय थाने की किसी बात को लेकर बड़बड़ाने लगते हैं जरा सी भी बात पर गुस्सा हो जाते हैं कई बार ऐसा हुआ है कि खाने की थाली तक फेंक दिया करते हैं सच कहे तो पुलिस कर्मचारियों को लगातार कई घंटे काम करना पड़ता है यही बीपी एवं शुगर होने का मुख्य कारण तनाव है जिसके चलते हृदय रोग की संभावना भी बढ़ जाती है नियमित इलाज कराएं किसी तरह की लापरवाही ना बरतें मेडिकल कॉलेज में भारी संख्या में पुलिसकर्मी इलाज कराने पहुंच रहे हैं इलाज भी चल रहा है
डॉ ज्ञानेंद्र कुमार मनोरोग विभाग अध्यक्ष मेडिकल कॉलेज झांसी
अन्सार खान पत्रकार
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